Success story: कभी थी ₹8000 की सैलरी लेकिन आज है सक्सेसफुल बिजनेसमैन जो कि अंबानी को भी टक्कर दे सकते हैं।

 Success story: कभी थी ₹8000 की सैलरी लेकिन आज है सक्सेसफुल बिजनेसमैन जो कि अंबानी को भी टक्कर दे सकते हैं।

Success story of nitin Kamat (Zerodha)
Success story of nitin Kamat (Zerodha)

Nitin kamat success stories: 2010 में शुरू हुए जीरोधा जैसे पावरफुल स्टॉक ब्रोकरेज कंपनी के सीईओ नितिन कामत आजकल बहुत चर्चा का विषय बने हुए हैं, उन्होंने 2010 में अपने भाई के साथ जीरोधा नामक ब्रोकरेज फंड की शुरुआत की थी और आज 2022-23 में उन्हें इंडिविजुअल 195 करोड रुपए का फायदा हुआ है। जो आजकल इंडिया में किसी स्टार्टअप में मिला हुआ सबसे ज्यादा प्रॉफिट हो सकता है। उनकी कड़ी मेहनत और बिजनेस का मैनेजमेंट की वजह से यह उन्हें संभव हुआ।


New Delhi : जीरोधा कंपनी के फाउंडर रहे हुए नितिन और निखिल कामत उन्होंने अपनी फाइनेंशियल सैक्टर में काफी अच्छी ग्रोथ हासिल की है। 2023 और 24 के फाइनेंशियल ईयर में उन्होंने 195 करोड़ रुपए का प्रॉफिट खुद के लिए हासिल किया है जो कि अगर बटवारा हो तो दोनों भाइयों में 72–72 करोड़ आ सकते हैं और महीने का 6 करोड़ जो कि किसी स्टार्टअप फाउंडर के लिए बहुत बड़ी रकम होती है और उन्होंने जल्द ही सक्सेस काबिज़ की है। 


शुरुआती दिनों में उनका सफर कैसा था?


17 साल की उम्र में नितिन 2000 की दशक में अपने कामकाज की  शुरुआत की थी। तब वह किसी कॉल सेंटर में काम करता था तब उसे ₹8000 प्रति महीना मिलता था, जीस कॉल सेंटर में वह काम करता था वहां पर स्टॉक ब्रोकरेज के किस्से सुनाए जाते थे लेकिन उस वक्त उन्होंने उस पर ध्यान नहीं दिया लेकिन बाद में उसने उसके बारे में जाना और उसके मन में इच्छा जागी की  हम एक स्टॉक ब्रोकरेज फंड स्थापित कर सकते हैं बाद में उन्होंने 2010 में अपने भाई के साथ जिरोधा नामक नई कंपनी शुरू की  की जहां पर उन्होंने

साथ मिलकर काम देखा शुरुआती दिनों में उनके यहां 60000 तक लोग जुड़े लेकिन बाद में 2015 में उन्होंने जीरो ब्रोकरेज फंड प्रस्तावित किया इसकी वजह से आज के दिन 60 लाख से ऊपर लोग जीरोधा से जुड़े हुए हैं। और कई सारे स्टॉक ब्रोकिंग फंड में जीरोधा का नाम सबसे ऊपर रहता है। 

आजकल जीरोधा मोस्ट ट्रस्टेड ब्रोकरेज फंड के नाम में शामिल है।


जिरोधा नाम कैसे मिला?

जीरो जीरो का अर्थ होता है कुछ नहीं होना यानी की null और rodha का संस्कृत में अर्थ होता है आपदा, obstacles यानी जीरोधा का पूरा अर्थ है जीरो  obstacles यही से इस नाम की उत्पत्ति हुई है।


सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर कई यूजर्स इस बारे में टिप्पणी कर रहे हैं कि अगर इनके पास 144 करोड रुपए है तो वह 140 करोड़ भारतीयों में एक-एक करोड़ के हिसाब से बाट दे तो भी उनके पास चार करोड रूपए बच जाएंगे । लेकिन उस यूजर का कैलकुलेशन यहां पर गलत दिखाई दे रहा है । क्योंकि अगर 140 करोड रुपए हर एक भारतीयों को बांटे जाएंगे तो हर भारतीय को सिर्फ ₹1 हासिल होगा ना कि एक करोड रुपए।

एक करोड़ का यह फर्जी कैलकुलेशन बता कर वह यूजर उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर घमंडी बता रहा है जो की नैतिकता पूर्ण नहीं है।

https://twitter.com/sumitkbehal/status/1733373232152035424?t=onWQ43TYw8MJhGjx-1Dycg&s=19


तो कई यूजर्स ने उनके इस अभूतपूर्व यश के लिए उन्हें बधाई दी है।

https://twitter.com/Parth_GPT/status/1733545720605720896?t=AoOOpi16OJeSZX7pXcfg4w&s=19


व्यापार में अंबानी के साथ टक्कर।

जिरोधा ने AMC के व्यापार के लिए स्मॉल केस (small case) जैसे पॉपुलर फंड के साथ संबंध बना लिए ताकि उन्हें बड़ी मात्रा में फंड हासिल हो। और अंबानी के रिलायंस फाइनेंशियल ने इसी मामले में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे पावरफुल माने जाने वाली Big Rock ग्रुप  के साथ हाथ मिलाया है।


जीरोधा की कुल संपत्ति कितनी है?

शेयर मार्केट ब्रोकरेज फंड जीरोधा जो बेंगलुरु में स्थित है, उसके 2022-23 के फाइनेंशियल ईयर में 38.5% से बड़ा है जो लगभग 6875 करोड़ है। जो कि पिछले साल के मुकाबले कई ज्यादा है और वह आगे ऐसे ही बढ़ते जा रही है। नितिन कामत और निखिल कामत की कुल संपत्ति पंचायत 45754 करोड़ है।

उनका जीरोधा प्लेटफॉर्म में एक दिन में मिलियंस ऑर्डर लोग डालते हैं । India ke retail traders मैं 15% तक जिरोधा की तरफ से भागीदारी निभाई जाती है।



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